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वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं, जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते 💔 |
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना, हम जान दे देते हैं मगर जाने नहीं देते !! |
तेरी तो फितरत थी सबसे मुहब्बत करने की, हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे |
रात भर जागता हूँ एक एसे सख्श की खातिर…जिसको दिन के उजाले मे भी मेरी याद नही आती💔 😢 |
*तुमसे वास्ता न रहा तो क्या हुआ ,आज ☝भी ¢σитα¢т ℓιѕт में कुछ पल के लिए तुम्हारे नाम पे उँगलियाँ थम ही जाते हैं … |
फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो, जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो, जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ, आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो। |
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे , फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे , ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे , अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे। |
जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो, जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो, कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं, जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो। |
खुद से मिलने की भी फुरसत नहीं है अब मुझे, और वो औरो से मिलने का इलज़ाम लगा रहे है… |
उनके हाथ पकड़ने की मजबूती जब ढीली हुई तो एहसास हुआ शायद ये वही जगह है जहां रास्ते बदलने है 💔 😢 |
किसी को प्यार करो तो इतना करों की उसे जब भी प्यार मिलें… तो तुम याद आओ💔 😢 |
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम…. |
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए! वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए! कभी तो समझो मेरी खामोशी को! वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें! |
जिंदगी की आखरी तलाश हो तुम,,, मेरे सपनो का आसमान हो तुम,,, जो चाह कर भी पुरा ना हो सके,, वो टूटा हुआ ख्वाब हो तुम… |
इतने इस्तेमाल हुए हैं हम, की अब याद भी नहीं कब मुस्कुराए थे हम |
लाखों मिल ही जायेंगे तोडने के लिये, एक ही काफी है उसे जोड़ने के लिये!! |
मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाना |
आज उस की आँखों मे आँसू आ गये, वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है😭 💔 |
ना जाने क्या कमी है मुझमें, ना जाने क्या खूबी है उसमें, वो मुझे याद नहीं करती, मैं उसको भूल नहीं पाता 🙁 |
कोई मिला नहीं तुम जैसा आज तक, पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही |
कभी तुम पूछ लेना कभी हम भी जिक्र कर लेंगे,,, छुपाकर दर्द दिल का एक दूसरे की फ़िक्र कर लेंगे |
इतनी हिम्मत तो नहीं कि दुनिया से छीन सकूँ तुझे लेकिन मेरे दिल से तुझे कोई निकाल सके ये हक़ तो मैंने अपने आप को भी नहीं दिया |
मुझे भी शामिल करो गुनहगारों की महफ़िल में , मैं भी क़ातिल हूँ अपनी हसरतों का , मैंने भी अपनी ख्वाहिशों को मारा है। |
खुल जाता है तेरी यादों का बाजार सुबह सुबह और हम उसी रौनक में पूरा दिन गुजार देते है.. |
मत करना अपने दर्द का बखान जो अपना है वो आँखों से समझ जायेगा और गैर इसे सिर्फ ढोंग बताएगा |
बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी…… पहले पागल किया.. फिर पागल कहा.. फिर पागल समझ कर छोड़ दिया💔 😢 |
भरोसा जितना कीमती होता है…धोका उतना ही महँगा हो जाता है। |
हजारो गम है सीने मे मगर शिकवा करें किससे… इधर दिल है तो अपना है… उधर तुम हो तो अपने हो😭 💔 |
mat karana apane dard ka bakhaan jo apna hai wo aankhon se samajh jaayega aur gair ise sirph dhong batayenge |
उजड़ जाते हैं सिर से पाँव तक वो लोग …. जो किसी बेपरवाह से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं 😭 💔 |
प्यार करना हर किसी के बस की बात नहीं ….जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिए।💔 😢 |
करो कुछ ऐसा दोस्ती में की Thanks And Sorry words बे-ईमान लगे…निभाओ यारी ऐसे के यार को छोड़ना मुश्किल और दुनिया छोड़ना आसान लगे… |
नज़रअंदाज़ करने की_सजा देनी थी तुमको_! तुम्हारे दिल में उतर जाना_ज़रूरी हो गया था |
मोहब्बत अश्कों को पीना सिखा देती है, तन्हाई हमें जीना सिखा देती है, कि यूं ही नहीं बनते शायर साहब, यह कलम एक पुतले में भी जान डाल देती है, |
फ़ासले तो बढ़ा रहे हो मगर इतना याद रखना, मुहब्बत बार बार इंसान पर मेहरबान नहीं होती. |
वो अक्सर देता है मुझे मिसाल परिंदों की, साफ़-साफ़ नहीं कहता के मेरा शहर छोड़ दो😭 💔 |
मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा…मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हालात मेरा😭 💔 |
*भरोसा सब पर कीजिए,* *लेकिन सावधानी के साथ !* *क्योंकि* *कभी कभी खुद के दांत भी जीभ को काट लेते है !!* |
इश्क़ में कोई खोज नहीं होती, यह हर किसी से हर रोज नहीं होती, अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना, क्योंकि पलके कभी आँखों पर बोझ नहीं होती..!! |
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता … |
तेरी ख़ुशी की खातिर मैंने कितने ग़म छिपाए अगर मैं हर बार रोता तो तेरा शहर डूब जाता😭 💔 |